चौथी औद्योगिक क्रांति में क्रांति लाने वाली कंपनियों का विजन रोमांचकारी है
– प्रबंधन-धवल मेहता
– टेस्ला के संस्थापक एलन मस्क का विजन हर उस चीज का विद्युतीकरण करना है जो सस्ती सौर ऊर्जा से की जा सकती है।
जैव प्रौद्योगिकी, रोबोटिक्स, स्वचालन और क्लाउड प्रौद्योगिकी पर तेजी से आगे बढ़ रही चौथी औद्योगिक क्रांति का विजन और मिशन रोमांचकारी हो गया है। उदा. पहली क्रांति में भाप शक्ति (जैसे रेलवे लोकोमोटिव) द्वारा शुरू की गई मशीन बेहतर और तेज परिवहन के केंद्र में थी, जबकि बिजली पर आधारित दूसरी क्रांति में बड़े पैमाने पर उत्पादन और बड़े पैमाने पर विपणन केंद्र में और तीसरी औद्योगिक क्रांति में तेजी से संचार द्वारा और जानकारी केंद्र में रहे। अब चौथी औद्योगिक क्रांति की कंपनियां कुछ नया विजन लेकर सामने आ रही हैं। वे बड़े पैमाने पर उत्पादन और बड़े पैमाने पर विपणन में नहीं बल्कि रोमांचक नवाचारों में रुचि रखते हैं।
एलन मस्क का विजन: टेस्ला के फाउंडर एलन मस्क का विजन हर उस चीज का विद्युतीकरण करना है जो सस्ती सौर ऊर्जा से की जा सकती है। एलन मस्क एक अनोखे विश्वास के साथ दुनिया को बताते हैं कि 205 तक हम मनुष्य को मंगल ग्रह पर ला चुके होंगे। एलन मस्क की दृष्टि का मानव जाति के भविष्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है। उनकी महत्वाकांक्षा पृथ्वी और मंगल के बीच एक पुन: प्रयोज्य रॉकेट प्रणाली खोजने की है। भले ही फिलहाल यह नामुमकिन सा लगता हो, लेकिन उनकी कंपनी टेस्ला की कोशिशें जारी रहेंगी। लगभग 114 साल पहले जब हेनरी फोर्ड ने ऑटोमोबाइल के उत्पादन में असेंबली लाइन सिस्टम की शुरुआत की थी, तो फोर्ड की दृष्टि फोर्ड कारों को सस्ते में बनाने और बेचने की थी, क्योंकि हर अमेरिकी के पास उनके गैरेज में एक फोर्ड कार थी। फोर्ड अपनी दृष्टि में सफल रहा, संयुक्त राज्य अमेरिका में फोर्ड के टी-मॉडल को 50 में बेच दिया, और कारखाने के कर्मचारियों ने फोर्ड कारों को खरीदना शुरू कर दिया। आम धारणा यह है कि छोटा सुंदर है जबकि एलन मस्क या फोर्ड का मानना है कि ‘बड़ा सुंदर है।’ बेशक कोई भी संगठन बिना विजन और मिशन के लंबे समय तक जीवित नहीं रह सकता है। जिस प्रकार संसार में अनेक व्यक्तियों की मृत्यु होती है, उसी प्रकार विश्व में भी अनेक संस्थाओं की मृत्यु हो जाती है और उनमें से अनेक की मृत्यु की सूचना नहीं दी जाती है। अगर कंपनी के पास एक विजन होता तो एकमात्र और एकमात्र लाभप्रदता अल्पकालिक होती।
भारत में चौथी औद्योगिक क्रांति: ओला की विजन ओला कंपनी भारतीय है। ओला के सीईओ का कहना है कि निकट भविष्य में दुनिया में परिवहन के साधन के रूप में इलेक्ट्रिक स्कूटर, इलेक्ट्रिक कार, ड्रोन और उड़ने वाली कारें होंगी। भारत में लाखों लोगों के पास वाहन नहीं है इसलिए उनकी गतिशीलता सीमित है। ओला की दृष्टि सभी के लिए परिवहन को सुलभ बनाना है। आज, ओला परिवहन के विभिन्न माध्यमों (टैक्सी, ऑटोरिक्शा, दो पहिया वाहन, आदि) के माध्यम से लगभग 100 मिलियन लोगों को परिवहन की सुविधा प्रदान करता है।
कंपनी किक्स स्कूटर, ई-बाइक, फ्लाइंग कार और ड्रोन भी उपलब्ध कराना चाहती है। इसके लिए कंपनी भारत में दुनिया की सबसे बड़ी टू-व्हीलर फैक्ट्री लगाना चाहती है। कंपनी का अनुमान है कि आंतरिक दहन इंजन (पेट्रोल या डीजल पर चलने वाले) की तुलना में इलेक्ट्रिक वाहनों को चलाने में 30 प्रतिशत कम खर्च आएगा। संक्षेप में, कंपनी का विजन भारत के 15 करोड़ लोगों के लिए एक मल्टीमॉडल (कार, स्कूटर, मोटरबाइक, ड्रोन, आदि) परिवहन क्षमता का निर्माण करना है। यह दृष्टि रोमांचकारी है क्योंकि 2011 की जनगणना के अनुसार, भारत की 4% आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है।
फॉरएवर विजन कंपनियां: कुछ कंपनियों या संगठनों का एक विजन होता है जो हमेशा के लिए रहता है। उदा. अमेरिका के मेयो क्लिनिक (अस्पताल) का विजन है कि मरीज को हर दिन बेहतरीन इलाज मुहैया कराया जाए। यह दृष्टि सौ साल बाद भी बरकरार रहेगी क्योंकि मरीजों को बेहतरीन इलाज देने के तरीकों में लगातार सुधार हो रहा है। इसी तरह स्पोर्ट्स शूज कंपनी नाइके का विजन दुनिया के हर एथलीट को इनोवेशन और प्रेरणा देना है। वॉलमार्ट का दृष्टिकोण लोगों की खरीदारी में मितव्ययी मूल्य निर्धारण के माध्यम से बचत बढ़ाना है ताकि उपभोक्ता बेहतर जीवन जी सकें। अच्छे से जीने की कोई सीमा नहीं है इसलिए वॉलमार्ट का विजन हमेशा ताजा रहेगा। भारत की आईटी कंपनी इंफोसिस का विजन भी महत्वपूर्ण है। बेहतरीन तकनीक और स्टाफ के साथ दुनिया की सबसे सम्मानित सॉफ्टवेयर कंपनी बनना। यह दृष्टि आगे भी जारी रहने की संभावना है। अनावश्यक अंधेपन को खत्म करने के लिए अरविंद आई केयर सिस्टम में भी एक उत्कृष्ट दृष्टि है। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया का हमेशा से ही गुणवत्ता, ग्राहकों की संतुष्टि और लाभप्रदता के मामले में एक विश्व स्तरीय कंपनी बनने का विजन रहा है।